अभियोजन पक्ष का मामला केवल स्वतंत्र गवाह की अनुपस्थिति के आधार पर खारिज नहीं किया जा सकता, SC ने हत्या के मामले में दोषसिद्धि को बरकरार रखा

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सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि साझा इरादे के निर्माण के लिए कोई निश्चित समय-सीमा नहीं हो सकती और यह आवश्यक नहीं है कि अपराधियों ने अपराध की साजिश रचने या अपराध की तैयारी करने के लिए पहले से बैठकें की हों। न्यायालय ने कहा कि साझा इरादे का अनुमान अपराधियों द्वारा अपराध करने से ठीक … Read more

‘सत्य को असत्य से अलग करने का प्रयास अवश्य किया जाना चाहिए’ और जहां ऐसा पृथक्करण असंभव है, तो दोषसिद्धि नहीं हो सकती : सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के आरोपी को बरी करते हुए कहा

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सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि ‘फाल्सस इन यूनो, फाल्सस इन ओमनीबस’ ‘Falsus in uno, falsus in omnibus’ की कहावत केवल सावधानी का नियम है और भारतीय संदर्भ में इसे कानून के शासन का दर्जा नहीं मिला है। लेकिन सत्य को असत्य से अलग करने का प्रयास अवश्य किया जाना चाहिए और जहां ऐसा पृथक्करण असंभव … Read more

अपराध को उचित संदेह से परे साबित करना होगा: सुप्रीम कोर्ट ने हत्या मामले में छह लोगों को बरी करने के फैसले को रखा बरकरार

jabhay s oka jpankaj mithalsci

कोर्ट ने कहा की इस प्रकार, हमारी राय है कि आरोपी व्यक्तियों को संदेह का लाभ देने में उच्च न्यायालय द्वारा अपनाया गया दृष्टिकोण सबसे प्रशंसनीय दृष्टिकोण प्रतीत होता है। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के उस फैसले को बरकरार रखा, जिसमें हत्या के एक मामले में छह आरोपियों की सजा को … Read more