रिकॉर्ड की गई टेलीफोनिक बातचीत चाहे अवैध रूप से प्राप्त की गई हो या नहीं, साक्ष्य के रूप में इसकी स्वीकार्यता को प्रभावित नहीं करेगी: इलाहाबाद HC

इलाहाबाद हाईकोर्ट

इलाहाबाद उच्च न्यायालय, लखनऊ खंडपीठ ने माना है कि रिकॉर्ड की गई टेलीफोन बातचीत चाहे अवैध रूप से प्राप्त की गई हो या नहीं, साक्ष्य के रूप में इसकी स्वीकार्यता को प्रभावित नहीं करेगी। कोर्ट ने सीआरपीसी की धारा 397/401 के तहत एक पुनरीक्षण पर सुनवाई करते हुए यह बात कही। विशेष न्यायाधीश, सी.बी.आई. द्वारा … Read more