सबरीमाला मंदिर के द्वारपालक मूर्ति के स्वर्ण पैनल चोरी मामले में SIT की जांच तेज। मुख्य आरोपी पोट्टी उन्नीकृष्णन के बेंगलुरु घर पर छापा, देवस्वम बोर्ड के निलंबित अधिकारी मुरारी बाबू 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए। कोर्ट ने विस्तृत जांच के आदेश दिए।
सबरीमाला सोना चोरी केस: SIT ने मुख्य आरोपी पोट्टी उन्नीकृष्णन के बेंगलुरु घर पर छापा, देवस्वम बोर्ड के अधिकारी मुरारी बाबू 14 दिन की हिरासत में
⚖️ सबरीमाला सोना चोरी केस में SIT की बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपी का बेंगलुरु घर खंगाला
तिरुवनंतपुरम/बेंगलुरु:
केरल स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शनिवार को मुख्य आरोपी पोट्टी उन्नीकृष्णन के बेंगलुरु स्थित आवास पर छापा मारा। यह छापा सबरीमाला मंदिर के ‘द्वारपालक’ (देव रक्षक) मूर्तियों से सोने की परत चोरी के 2019 के मामले की चल रही जांच का हिस्सा था।
SIT अधिकारियों के अनुसार, उन्नीकृष्णन को शुक्रवार को साक्ष्य एकत्र करने के लिए बेंगलुरु ले जाया गया था। कोर्ट ने उसे 30 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा है।
🕉️ सबरीमाला मंदिर से चार स्वर्ण पैनल चोरी की जांच में नया मोड़
2019 में सबरीमाला मंदिर के द्वारपालक मूर्तियों पर लगे स्वर्ण-पट्ट (Gold-plated Panels) की मरम्मत के दौरान चार पैनल गायब पाए गए थे। तब इनकी कीमत लाखों में बताई गई थी।
SIT के अनुसार, उन्नीकृष्णन ने उस समय यह दावा किया था कि उसने स्वर्ण-पट्ट स्वयं दान किए थे, लेकिन हाल ही में उसने खुलासा किया कि वे पैनल गायब हैं।
मामले ने उस समय फिर तूल पकड़ा जब देवस्वम बोर्ड की विजिलेंस टीम ने गुम पैनल उन्नीकृष्णन की बहन के घर से बरामद किए। इसके बाद केरल हाईकोर्ट ने देवस्वम बोर्ड से जुड़ी सभी वित्तीय लेनदेन और पुनर्स्थापना परियोजनाओं की SIT जांच के आदेश दिए।
👮♂️ देवस्वम बोर्ड के अधिकारी मुरारी बाबू गिरफ्तार, 14 दिन की हिरासत
इस मामले में दूसरा बड़ा नाम है — पूर्व ट्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (TDB) के एग्जिक्यूटिव ऑफिसर मुरारी बाबू। SIT ने उन्हें बुधवार रात चंगनाश्शेरी स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया।
गुरुवार को उन्हें रन्नी कोर्ट में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
SIT की रिमांड रिपोर्ट के अनुसार, मुरारी बाबू ने फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए, जिनमें यह दर्शाया गया कि मंदिर से हटाए गए पैनल सोने के नहीं, बल्कि तांबे के बने थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने पोटी उन्नीकृष्णन के साथ मिलकर 2019 के पुनर्स्थापन कार्य के दौरान धोखाधड़ी की साजिश रची थी।
📜 SIT रिपोर्ट में गंभीर आरोप
SIT ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा —
“मुरारी बाबू ने एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपने पद का दुरुपयोग किया और झूठे दस्तावेजों के माध्यम से पूरे देवस्वम बोर्ड को भ्रमित किया। उन्होंने यह साबित करने की कोशिश की कि स्वर्ण-पट्ट केवल ‘कॉपर शीट्स’ थीं।”
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि देवस्वम बोर्ड के आंतरिक लेखा विभाग (Internal Audit Wing) ने पहले ही मुरारी बाबू को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई थी।
⚖️ देवस्वम बोर्ड में निलंबन और कार्रवाई
ट्रावणकोर देवस्वम बोर्ड के अध्यक्ष पी.एस. प्रसांत ने हाल ही में सहायक अभियंता के. सुनील कुमार को निलंबित किया है। कुमार पर भी सबरीमाला गोल्ड चोरी केस में आरोपी के रूप में नाम शामिल किया गया है।
देवस्वम बोर्ड के अधिकारियों ने SIT को सभी आवश्यक दस्तावेज और आंतरिक रिपोर्ट सौंप दी हैं।
🧩 जांच की वर्तमान स्थिति
SIT अब यह पता लगाने में जुटी है कि सोने की परतें कब, कहाँ और किन अधिकारियों की मिलीभगत से हटाई गईं। सूत्रों के अनुसार, पुलिस को संदेह है कि चोरी किए गए स्वर्ण पैनल प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर के माध्यम से चेन्नई में बेचे गए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में देवस्वम बोर्ड के अन्य कर्मचारियों और ठेकेदारों से भी पूछताछ की जाएगी।
🔖Tags
#SabarimalaGoldTheft #KeralaSIT #TravancoreDevaswomBoard #UnnikrishnanPotti #MurariBabu #KeralaHighCourt #TempleGoldCase #SabarimalaTemple #KeralaCrimeNews #SITInvestigation
